Apr 29 2024, 12:51
11 पैक्सों ने किया 2.85 करोड़ रुपए का गबन
जिले के 11 पैक्स अध्यक्षों पर सहकारिता बैंक का लगभग 2.85 करोड़ रुपए गबन करने का आरोप है।
डीसीओ कार्यालय और सहकारिता बैंक ने इन सभी पैक्स अध्यक्षों पर धान व गेहूं की खरीदारी करने पर रोक लगा दी है। साथ ही इन सभी पैक्स अध्यक्षों पर नीलाम वाद पत्र भी दायर किया है। इसकी पुष्टि सहकारिता बैंक के शाखा प्रबंधक श्याम सुंदर वर्णवाल ने की।
मामला वर्ष 2013-14 से 2022-23 का बताया जा रहा है। इन सभी पैक्स अध्यक्षों को किसानों से धान खरीदारी करने के लिए सहकारिता बैंक ने कैश क्रेडिट दिया था, लेकिन इन सभी ने न तो किसान से धान खरीद की और न ही चावल एसएफसी को दिए। इतना ही नहीं कैश क्रेडिट की गई राशि की निकासी अपने चहेते किसान के नाम पर लेकर राशि का गबन कर लिया। इसी कारण इन सभी को धान की खरीदारी पर रोक लगाते हुए नीलम वाद पत्र दायर किया गया है।
रा कागजात डीसीओ और एसएफसी कार्यालय को जमा करा दिया था
बहादुरपुर प्रखंड के सिमरानेहलपुर के पूर्व पैक्स अध्य्क्ष कामाख्या नारायण सिंह ने बताया कि चावल तैयार करने के लिए राइस मिल को किसानों से खरीदे गए धान दिया था। लेकिन राइस मिल ने चावल तैयार कर एसएफसी को नहीं दिया। सारा कागजात डीसीओ और एसएफसी कार्यालय को जमा करा दिया था, इसमें मेरी क्या गलती है।
इन पैक्स अध्यक्षों को खरीदारी से रखा गया दूर
सिंहवाड़ा साऊथ, कटका, हरिहरपुर पश्चमी, टेक्टायर, हवीडीह दक्षणी, सिमरा नेहालपुर, असथुआ, देकुली जगरनाथपुर, टातुर, सिरनियां पूर्वी और गंगदह शिवराम पैक्स अध्यक्ष शामिल हैं। सहकारी बैंक दरभंगा के शाखा प्रबंधक श्याम सुदंर वर्णवाल ने बताया की जिले के 11 पैक्स डिफॉल्टर घोषित हैं।
ऐसे सभी पैक्स अध्यक्ष धान खरीद के नाम पर बैंक से कैश क्रेडिट राशि ली, लेकिन बैंक को राशि जमा नहीं किया। इनके विरुद्ध प्राथमिकी की कार्रवाई के लिए मेरे स्तर से डीसीओ को कई बार दी गई है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इससे इन पैक्सों में कोई खौफ नहीं है।
दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
May 02 2024, 16:23